तुम मुझे खून दो , मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा I Subhash Chandra Bose
'चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले, जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे देशभक्तो के खून की वो धारा याद करले..'